अजमेर जिला प्रमुख की सीट सामान्य के नाम आरक्षित होते ही भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता जिला प्रमुख बनने को आतुर है अजमेर जिले में सामान्य सीट आई है वर्ष 1995 में सामान्य वर्ग से पुखराज पाहाडीया जिला प्रमुख रहे थे उसके बाद 2000 में सामन्य से रामस्वरूप चौधरी 2005 में ओबीसी महिला से जिला प्रमुख सरिता गैना 2010 में सामान्य महिला से सूशिल कंवर पलाडा 2015 में एससी महिला वर्ग से वंदना नोगिया जिला प्रमुख बनी है पुन सामान्य सीट आई तो भाजपा और कांग्रेस के ऐसे नेता जोकि विधायक का चुनाव नहीं जीते या फिर उन्हें विधायक का टिकट नहीं मिला वह सब अचानक सक्रिय हो गए वह अपनी राजनैतिक जमिन तलाशने लगे है जिला परिषद का कौन सा वार्ङ उन के लिये सही होगा ईस की गणित बैठाने लगे है उन्होंने
अजमेर जिला प्रमुख के लिए दावेदारी की मशक्कत शुरू कर दी है जिन नामों पर चर्चा चल रही है उनमें पूर्व जिला प्रमुख पुखराज पहाड़िया , भाजपा नेता भंवर सिंह पलाड़ा , रामचन्द्र चौधरी , सग्राम सिह गुर्जर , घनश्याम जागीङ
नसीराबाद क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे महेंद्र सिंह गुर्जर ,देहात भाजपा अध्यक्ष भगवती प्रसाद सारस्वत ,पूर्व संसदीय सचिव ब्रह्मदेव कुमावत,भवर लाल बुला ,देहा त का ग्रेस अध्यक्ष भूपेन्द्र सिह राठौड़, महेन्द्र सिह रलावता, पुर्व प्रधान भूपेन्द्र सिह शक्तावत ,इंसाफ अली ,सागर शर्मा, शक्ति प्रताप सिह ,शैलेन्द्र सिह शक्तावत, सरिता गैना ,अशोक सिह रावत , राजेेन्द्र रावत ,ओमपार्टी ही तय करेगी कि किसे जिला परिषद सदस्य का उम्मीदवार बनाया जाए तथा जीतने के बाद उसे जिला प्रमुख हेतु पार्टी का सिंबल देकर अधिकृत प्रत्याशी बनाए जाए परंतु जयपुर में निकली जिला प्रमुख आरक्षण लॉटरी के बाद अजमेर में राजनीति गर्म हो गई ग्रामीण क्षेत्रों में चर्चा चली आ रही थी इस बार कौन होगा जिला प्रमुख पुराने आंकड़ों को देखें तो अजमेर जिले से पुखराज पहाड़िया, सरिता गेना ,सुशील कंवर पलाड़ा ,वन्दना नोगिया आदि पीसांगन पंचायत समिति क्षेत्र से रहे हैं वही रामस्वरूप चौधरी किशनगढ़ क्षेत्र से ऐसे में सबकी निगाहें इस बार पुष्कर और नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों पर रहेगी वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है ऐसे में निश्चित रूप से कांग्रेस का पलड़ा भारी रहेगा परंतु जिला परिषद के वार्डों में परिवर्तन न के बराबर किया गया है ऐसे में कांग्रेस के लिए है बड़ी चुनौती होगी क्योंकि वर्तमान बोर्ड में इन्हीं वार्ङो से भाजपा के सदस्य बहुमत के साथ जीते हैं कांग्रेस ओर भाजपा के लिए चुनाव टिकट वितरण में जातिगत समीकरण साधना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा अजमेर शहर व नगर पालिका स्तर के ऐसे नेता जो कभी ग्रामीण क्षेत्रों मे सक्रिय नही रहे वह भी अब जिला प्रमुख की दावेदारी करने मे जुटे है वैसे आप को बता दे की प्राथमिक आकलन के अनुसार भाजपा से पुखराज पहाङीया,भवर सिह पलाङा व भगवती प्रसाद सारस्वत दावेदारी मे उपर है वही काग्रेस से सागर शर्मा, भूपेन्द्र सिह राठौङ ,के नाम है वैसे तो जिला प्रमुख के दावेदार का सही आकलन तो जिला परिषद सदस्य का टिकट मिलने के बाद मैदान मै चुनाव जितने के बाद जितने वाले सदस्यो के आधार पर ही होगा अभी तो सब से बड़ी चुनोती टिकट प्राप्त कर चुनाव जितने की बरहाल सामन्य वर्ग की सीट आरक्षित होने से जिला प्रमुख पद की टी आर पी अचानक बढ गईं