प्रातः 6 से 8 बजे तक एवं सायं 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी प्रतिबंधित
– चाइनीज एवं प्रतिबंधित मांझे की बिक्री की सूचना जिला कलक्टेट एवं पुलिस कन्ट्रोल रूम पर दें
जयपुर, 24 दिसम्बर। जिला कलक्टर डाॅ.जोगाराम ने शहर के सभी पतंग व्यवसायियों को प्रतिबंधित चाइनीज मांझे, प्लास्टिक-सिंथेटिक धागों, लोहे, ग्लास पाउडर जैसे जहरीले पदार्थों से बने मांझे पर पूर्ण प्रतिबन्ध के चलते इसकी बिक्री नहीं करने, कहीं भी इसकी बिक्री एवं उपयोग की जानकारी मिलते ही जिला कलक्टेªट में स्थापित 24 घंटे के कन्ट्रोल रूम (0141-2204475) पर अथवा पुलिस कन्ट्रोल रूम (0141-2388435 से 38) को देने के लिए निर्देषित किया है। उन्होंने शहर में प्रतिबन्धित चाइनीज एवं अन्य खतरनाक पदार्थों से तैयार मांझे के उपयोग पर पूरी तरह रोकथाम के लिए पुलिस, षिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग, नगर निगम, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक लेकर निर्देष प्रदान किए।
जिला कलक्टर ने षिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिए कि चाइनीज मांझे का उपयोग नहीं करने के सम्बन्ध में प्रार्थना सभा एवं बाल सभा में स्कूली बच्चों को समझाया जाए। नगर निगम के अधिकारियों को जयपुर में बैनर पोस्टर, होर्डिंग लगवाने एवं कचरा संग्रहण करने वाले वाहनों द्वारा इस विषय में जागरूकता के लिए प्रचार करने के लिए निर्देषित किया। पुलिस विभाग को सिनेमा हाॅल एसोसिएषन से बात कर शो के दौरान स्लाइड के माध्यम से संदेष देने, प्रतिबंधित मांझे की बिक्री पर त्वरित कार्यवाही करने एवं थाना स्तर पर क्षेत्रीय विकास समिति, शांति समिति एवं सीएलजी की बैठक लेकर इस बारे में समझाइष के निर्देष दिए। जिला कलक्टर ने जेवीवीएनएल के अधिकारियों को अपने तंत्र को अलर्ट कर चाइनीज मांझे के कारण ट्रिपिंग होने पर त्वरित कार्यवाही करन के निर्देष प्रदान किए।
बैठक में जयपुर पतंग उद्योग एवं विक्रेता संघ ने के प्रतिनिधियों ने बताया कि संघ ने अपनी ओर से चाइनीज मांझे के पूर्ण बहिष्कार की घोषणा कर रखी है। लेकिन शहर में पिछले वर्षों एवं कुछ दिनों में चोरी-छिपे चाइनीज मांझे की बिक्री और उपयोग के कारण हुई दर्दनाक घटनाओं के कारण उनके धंधे पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। संघ ने बुधवार को फिर अपील जारी कर अपने सदस्यों एवं पतंग विक्रताओं को प्लास्टिक से बने पक्के धागे, चाइनीज सिन्थेटिक पदार्थ से बने लोहे के पाउडर के धागे एवं अन्य हानि पहुंचाने वाले पदार्थ से बने धागों को नहीं बेचने एवं काम नहीं लेने की अपील की है। साथ ही इस बारे में अन्य को भी सूचित करने को कहा है। जिला कलक्टर ने सभी पतंग व्यवासायियों को चाइनीज मांझे के बहिष्कार सम्बन्धी सूचना अपनी दुकान पर लगाने एवं इसकी पूर्ण रोकथाम में जिला प्रषासन एवं पुलिस का सहयोग करने को कहा।
बिजली आपूर्ति में व्यवधान, जान का खतरा
जेवीवीएनएल के अधिकारियों ने बताया कि जयपुर शहर वृत मे 132/220 केवी ईएचवी की लाइनें ओवर हेड हैं यानी खुले में हैं। इन लाइनो के तारांे के बीच मे किसी धातु से बने मांझे यानी चाइनीज मांझे के छू जाने से लाइन मे ट्रिपिंग आ जाती है। इससेे शहर के एक बडे क्षेत्र मे विद्युत आपूर्ति मे व्यवधान उत्पन्न होता है। ऐसी स्थिति में लाइन में खराबी आने से लाइन को ठीक करने अथवा विद्युत भार को अन्य लाइन पर षिफ्ट करने मे 1-2 घंटे लग जाते हैं। इससे आम जन को परेषानी का सामना करना पड़ता है। मकर संक्रति पर विद्युत आपूर्ति में व्यवधान संबंधी षिकायते काॅल सेन्टर के नंबर 2203000 एवं टोल फ्री नं. 1800-180-6507 पर दर्ज कराई जा सकती हैं।
चाइनीज मांझा विद्युत चालक का कार्य करता है और विद्युत दुर्घटना की दृष्टि से बहुत खतरनाक हैंैै। मेटल पाउडर कोटेड मांझे का उपयोग करने से वाहन चालको को एवं राहगीरो के दुर्घटनाग्रस्त होने से उनकी जान जाने का खतरा बना रहता है। बिजली के तारों या उपकरणों में यदि पतंग या डोर फंस जाए तो उसे खींचकर अथवा धातु की छड़ आदि से छुड़ाने का कतई प्रयास नही करें। मकानों के पास से गुजर रही बिजली की लाइनों के आसपास पतंग उड़ाते समय विषेष ध्यान व सावधानी बरतें।